Testo Main Adhuri Si Ek Udasi Hoon - Anuradha Paudwal
Testo della canzone Main Adhuri Si Ek Udasi Hoon (Anuradha Paudwal), tratta dall'album Khoobsurat
मैं अधूरी सी एक उदासी हूँ
मैं ख़्वाब हूँ, या ख़्वाब की प्यासी हूँ?
मैं अधूरी सी एक उदासी हूँ
मैं ख़्वाब हूँ, या ख़्वाब की प्यासी हूँ?
भूरे-भूरे बादलों के पीछे से आए कभी
छींटें उड़ाए कभी
पानी का गोला है, आँखों में घोला है
कोई, मेरा कोई
मैं अधूरी सी एक उदासी हूँ
ख़ुशबू सी निकलती है तन से
जैसे कोई गुज़रे बदन से
ओ, ख़ुशबू सी निकलती है तन से
जैसे कोई गुज़रे बदन से
साँसों से उतरेगा शायद कभी-कभी वो
भूरे-भूरे बादलों के पीछे से आए कभी
छींटें उड़ाए कभी
आँखों का सपना है, बोले तो अपना है
कोई, मेरा कोई
मैं अधूरी सी एक उदासी हूँ
आसमाँ का कोना एक उठा के
चूमता है नींद से जगा के
हाँ-हाँ, आसमाँ का कोना एक उठा के
चूमता है नींद से जगा के
चाँद से उतरेगा शायद कभी-कभी वो
भूरे-भूरे बादलों के पीछे से आए कभी
छींटें उड़ाए कभी
गरजे तो औरों का, बरसे तो अपना है
कोई, मेरा कोई
मैं अधूरी सी एक उदासी हूँ
मैं ख़्वाब हूँ, या ख़्वाब की प्यासी हूँ?
भूरे-भूरे बादलों के पीछे से आए कभी
छींटें उड़ाए कभी
पानी का गोला है, आँखों में घोला है
कोई, मेरा कोई
Credits
Writer(s): Gulzar
Lyrics powered by www.musixmatch.com
Link
Disclaimer:
i testi sono forniti da Musixmatch.
Per richieste di variazioni o rimozioni è possibile contattare
direttamente Musixmatch nel caso tu sia
un artista o
un publisher.